सुना था ,एक औरत ही दूसरी औरत की दुश्मन होती है। भाग -1
टीवी पर प्रोग्राम देखते देखते विदुषा की नींद लग गयी है उसे आभास ही नहीं हुआ के उसे टीवी के सामने बैठे बैठे कितना समय होगया है। तभी अचानक फ़ोन की घंटी बजती है ,विदुषा हड़बड़ा के उठती है।
"अरे मम्मीजी का फ़ोन है ,हां मम्मीजी बहुत बहुत बधाई आपको ,हां देखा टीवी पर आपके नाम की घोषणा हुई।
हां ठीक है में रेडी हो जाती हूँ ,इन्हे भी बोल देती हूँ के जल्दी से घर आजाये।"
अब विदुषा अपने पति विक्रम को कॉल करती है - "हेलो ,हेलो हां विक्रम मम्मीजी को वो लाइफटाइम अचीवमेन्ट अवार्ड मिला है देखा टीवी पर?. ... क्या ?बिजी थे ? नहीं देख पाए ?चलो कोई बात नहीं उन्हें बधाई तो देदो और सुनो जल्दी आजाओ हम सब डिनर के लिए बाहर चल रहे है।"
अब विदुषा अपने पति विक्रम को कॉल करती है - "हेलो ,हेलो हां विक्रम मम्मीजी को वो लाइफटाइम अचीवमेन्ट अवार्ड मिला है देखा टीवी पर?. ... क्या ?बिजी थे ? नहीं देख पाए ?चलो कोई बात नहीं उन्हें बधाई तो देदो और सुनो जल्दी आजाओ हम सब डिनर के लिए बाहर चल रहे है।"
क्या ?तुम्हारा पक्का नहीं है क्यों ? ..... हर बार तुम ऐसा ही करते हो। .... में कुछ नहीं जानती तुम आजाओ। .... में रेडी रहूँगी। फ़ोन डिसकनेक्ट होजाता है।
रात के 11 बज चुके है विदुषा को तैयार हो के इंतज़ार करते हुए है 3 घंटे हो चुके है तभी डोरबेल बजती है। विदुषा बड़े उत्साहित हो कर अपनी मेड कमला को बोलती है - कमला देख विक्रम और मम्मीजी आगये होंगे ...जा जल्दी से दरवाजा खोल।
जैसे ही दरवाजा खुलता है विदुषा को सामने खडी हुए उसकी सास दिखती है.... उसकी आँखे अपने पति को ढूंढ रही है लेकिन ये क्या विक्रम तो नहीं है।
(Image Source:Internet)
अरे मम्मीजी मैंने सोचा विक्रम आपके साथ ही आएंगे वो आये नहीं। .... उनका कोई फ़ोन आया ?
सास - हां बेटा आया था , उसे अचानक काम आगया था और वो वही से २-३ दिन के लिए बाहर जा रहा है बिज़नेस ट्रिप पे। खैर कोई बात नहीं तुम मन छोटा मत करो हम दोनों चलते है डिनर पे। .... अब देखो बहु गिरीश भी तो ज्यादातर बाहर ही रहते है ,में भी तो उनके बिना अपने सभी काम मैनेज करती हूँ।
विदुषा - "लेकिन माँ ,पिछले 6 महीने में ये 3 बार ऐसा हो रहा है वो बिना बताये जा रहे है। बस मीटिंग काम काम क्या मेरे प्रति उनकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं ? और अच्छी तरह पता है मुझे कोनसी बिज़नेस ट्रिप। आने दीजिये इस बार साफ़ साफ़ बात होगी।
(थोड़ा सोचते हुए मन को शांत करते हुए ) खैर जाने दीजिये आपके लिए बड़ा दिन है। ..हम दोनों ही सेलिब्रेट करते है।"
कुछ दिनों बाद.........
विक्रम फ़ोन पे " किसी से बात कर रहा है। ... हां रिम्मी हां। ....डोंट वरी। .. इस बार हम पुरे एक सप्ताह के लिए चलेंगे। अब तुम्हारा बर्थडे ऐसा वैसा थोड़ी मनेगा। ... तुम्हरी फ़ेवरेट हॉलिडे डेस्टिनेशन पर चलेंगे। .... हां उसकी चिंता मत करो में मैनेज करलूँगा। ...हां। .ओके। . .. सेम टू यू। "
विदुषा फ़ोन पर हुई सभी बाते सुन लेती है और चौंक जाती है, मानो पैरो तले जमीन खिसक गयी हो।
विदुषा (गुस्से में ) -तुम्हारा अफेयर चल रहा है न उस रिम्मी के साथ। ... मुझे झूट बोलके उसके साथ हॉलीडेज पर जाते हो न। .... सब पता चल गया है मुझे। ....... ड्रग्स भी लेते हो ये भी पता चल गया है कल तुम्हारे बैग में देखा मैंने। मुझे धोका दिया तुमने। .. आई विल नेवर फॉरगिव यू। ... तुम लायक ही नहीं थे मेरे। ... मेरा ही दिमाग ख़राब होगया था। ... जो अपने घरवालों से लड़ झगड़ के तुमसे शादी की।
विक्रम - मेरी जासूसी करती हो ? शर्म नहीं आती तुम्हे। ...... और रही बात अफेयर की तो मेरे लिए लड़कियों की कोई कमी नहीं थी। .... तुमसे बाद के एक से एक खूबसूरत लड़कियों के रिश्ते आये थे मेरे लिए। .... यहाँ तक के माँ के बॉलीवुड फ्रेंड्स की बेटियों के रिश्ते भी तुम्हारे लिए ठुकरा दिए। ..... और लायक तो तुम मेरे नहीं हो। हां रिम्मी से रिश्ता है मेरा .. .. उसे नहीं छोड़ सकता और ड्रग्स भी लेता हूँ कभी कभी ,लेकिन इन सबकी जिम्मेदार भी तुम्ही हो। ... इतना स्ट्रेस देती हो मुझे हर बात का। शक करती रहती हो। .... एक पड़ी लिखी गंवार हो तुम समझी।
विक्रम - तमतमाते हुए उसे एक थप्पड़ जड़ देता है.
तभी विदुषा की सास ( मधुमिता सिंह ) की एंट्री होती है.
अरे विक्रम क्या कर रहे हो ? जाने दो उसे ? तुम दोनों भी। ....... पति पत्नी का रिश्ता तो अंडरस्टैंडिंग का होता है। अब बच्चो जैसे लड़ो मत।
तभी विदुषा रोते हुए - माँ आपने सुना हमारी बाते ? आपने देखा विक्रम ने मुझ पर हाथ उठाया ? आप कुछ बोलती क्यों नहीं ? इससे पहले भी विक्रम कई बार मुझ पर हाथ उठा चुके है।
कहानी का शेष भाग पार्ट -2 में। ...............
यह कहानी कॉपीराइट के अधीन है।
यह कहानी सिर्फ एक कल्पना है.इसका उद्देश्य सिर्फ समाज के कुछ पहलुओं को प्रकाश में लाना है इसका उद्देश्य किसी की भावनाये आहत करने का नहीं है।
रात के 11 बज चुके है विदुषा को तैयार हो के इंतज़ार करते हुए है 3 घंटे हो चुके है तभी डोरबेल बजती है। विदुषा बड़े उत्साहित हो कर अपनी मेड कमला को बोलती है - कमला देख विक्रम और मम्मीजी आगये होंगे ...जा जल्दी से दरवाजा खोल।
जैसे ही दरवाजा खुलता है विदुषा को सामने खडी हुए उसकी सास दिखती है.... उसकी आँखे अपने पति को ढूंढ रही है लेकिन ये क्या विक्रम तो नहीं है।
(Image Source:Internet)
अरे मम्मीजी मैंने सोचा विक्रम आपके साथ ही आएंगे वो आये नहीं। .... उनका कोई फ़ोन आया ?
सास - हां बेटा आया था , उसे अचानक काम आगया था और वो वही से २-३ दिन के लिए बाहर जा रहा है बिज़नेस ट्रिप पे। खैर कोई बात नहीं तुम मन छोटा मत करो हम दोनों चलते है डिनर पे। .... अब देखो बहु गिरीश भी तो ज्यादातर बाहर ही रहते है ,में भी तो उनके बिना अपने सभी काम मैनेज करती हूँ।
विदुषा - "लेकिन माँ ,पिछले 6 महीने में ये 3 बार ऐसा हो रहा है वो बिना बताये जा रहे है। बस मीटिंग काम काम क्या मेरे प्रति उनकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं ? और अच्छी तरह पता है मुझे कोनसी बिज़नेस ट्रिप। आने दीजिये इस बार साफ़ साफ़ बात होगी।
(थोड़ा सोचते हुए मन को शांत करते हुए ) खैर जाने दीजिये आपके लिए बड़ा दिन है। ..हम दोनों ही सेलिब्रेट करते है।"
कुछ दिनों बाद.........
विक्रम फ़ोन पे " किसी से बात कर रहा है। ... हां रिम्मी हां। ....डोंट वरी। .. इस बार हम पुरे एक सप्ताह के लिए चलेंगे। अब तुम्हारा बर्थडे ऐसा वैसा थोड़ी मनेगा। ... तुम्हरी फ़ेवरेट हॉलिडे डेस्टिनेशन पर चलेंगे। .... हां उसकी चिंता मत करो में मैनेज करलूँगा। ...हां। .ओके। . .. सेम टू यू। "
विदुषा फ़ोन पर हुई सभी बाते सुन लेती है और चौंक जाती है, मानो पैरो तले जमीन खिसक गयी हो।
विदुषा (गुस्से में ) -तुम्हारा अफेयर चल रहा है न उस रिम्मी के साथ। ... मुझे झूट बोलके उसके साथ हॉलीडेज पर जाते हो न। .... सब पता चल गया है मुझे। ....... ड्रग्स भी लेते हो ये भी पता चल गया है कल तुम्हारे बैग में देखा मैंने। मुझे धोका दिया तुमने। .. आई विल नेवर फॉरगिव यू। ... तुम लायक ही नहीं थे मेरे। ... मेरा ही दिमाग ख़राब होगया था। ... जो अपने घरवालों से लड़ झगड़ के तुमसे शादी की।
विक्रम - मेरी जासूसी करती हो ? शर्म नहीं आती तुम्हे। ...... और रही बात अफेयर की तो मेरे लिए लड़कियों की कोई कमी नहीं थी। .... तुमसे बाद के एक से एक खूबसूरत लड़कियों के रिश्ते आये थे मेरे लिए। .... यहाँ तक के माँ के बॉलीवुड फ्रेंड्स की बेटियों के रिश्ते भी तुम्हारे लिए ठुकरा दिए। ..... और लायक तो तुम मेरे नहीं हो। हां रिम्मी से रिश्ता है मेरा .. .. उसे नहीं छोड़ सकता और ड्रग्स भी लेता हूँ कभी कभी ,लेकिन इन सबकी जिम्मेदार भी तुम्ही हो। ... इतना स्ट्रेस देती हो मुझे हर बात का। शक करती रहती हो। .... एक पड़ी लिखी गंवार हो तुम समझी।
विक्रम - तमतमाते हुए उसे एक थप्पड़ जड़ देता है.
तभी विदुषा की सास ( मधुमिता सिंह ) की एंट्री होती है.
अरे विक्रम क्या कर रहे हो ? जाने दो उसे ? तुम दोनों भी। ....... पति पत्नी का रिश्ता तो अंडरस्टैंडिंग का होता है। अब बच्चो जैसे लड़ो मत।
तभी विदुषा रोते हुए - माँ आपने सुना हमारी बाते ? आपने देखा विक्रम ने मुझ पर हाथ उठाया ? आप कुछ बोलती क्यों नहीं ? इससे पहले भी विक्रम कई बार मुझ पर हाथ उठा चुके है।
कहानी का शेष भाग पार्ट -2 में। ...............
यह कहानी कॉपीराइट के अधीन है।
यह कहानी सिर्फ एक कल्पना है.इसका उद्देश्य सिर्फ समाज के कुछ पहलुओं को प्रकाश में लाना है इसका उद्देश्य किसी की भावनाये आहत करने का नहीं है।
Nice story....i am waiting 2 nd part
ReplyDeleteVery Nice....👌👌
ReplyDeleteVery Nice....👌👌
ReplyDeleteVery interesting. Truth of today
ReplyDeletePlz publish 2 nd part ASAP.
ReplyDeleteBahut sahi bat, hmare smaj ki ye vidambna he ki aaj bhi hum kitne hi pad likh jaye hamari mansikta vahi purani he
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